मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रविवार को राज्यसभा सांसद और पूर्व केंद्रीय मंत्री कपिल सिब्बल द्वारा शुरू किए गए जनांदोलन के प्रति एकजुटता का एलान किया. गौरतलब है कि यह प्रस्तावित ‘जन आंदोलन’ केंद्र सरकार और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खिलाफ चलाया जाना है.सांसद सिब्बल ने शनिवार को इसके लिए ‘गैर चुनावी’ राजनीतिक मंच की शुरुआत की। उन्होंने इस नए मंच को ‘न्याय के लिए जन आंदोलन’ बताया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने इस प्रस्तावित आंदोलन के लिए देश के तमाम विपक्षी मुख्यमंत्रियों और नेताओं से समर्थन भी मांगा है.सीएम सोरेन ने रविवार को कहा कि वह प्रस्तावित ‘जन आंदोलन’ के साथ ‘पूरी एकजुटता’ में हैं. “यह एक लंबी लड़ाई होगी, लेकिन केंद्र में सत्ता में बैठे लोगों द्वारा प्रचारित किए जा रहे अन्याय का विरोध करने के लिए सामूहिक कार्रवाई का समय आ गया है; और देश की लोकतांत्रिक अखंडता को बचाने के लिए।”’गैर-चुनावी’ राजनीतिक मंच की शुरुआत करते हुए कपिल सिब्बल ने पहले कहा था कि उनका मकसद राजनीतिक नहीं बल्कि संवैधानिक मूल्यों के लिए लड़ना है. कपिल सिब्बल ने देश के वकीलों से भी इस लड़ाई में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेने की अपील की है.